GST के खिलाफ दिल्ली के कपडा व्यापारियों का महाधरना

GST के खिलाफ दिल्ली के कपडा व्यापारियों का महाधरना

दिल्ली के थोक कपडा व्यापारियों GST के खिलाफ चांदनी चौक के घंटाघर पर 3 घंटे का धरना दिया और 72 घंटे का बंद रखने का आह्वान किया | दिल्ली में कपडे के सभी व्यापारिक संस्थान तीन दिन तक बंद रहेंगे|
व्यापारियों ने मांग राखी कि जब 1956 में सांसद में कानून बनाकर कपडे पर सेल्स टैक्स को हटा दिया तो आब आवश्यक वस्तु के अंतर्गत फैब्रिक को GST के दायरे में क्यों आया जा रहा है| वर्ष 1956 से लेकर VAT लागू होने तक सेल्स टैक्स के बदले में Additional Excise Duty प्रोडक्शन सेंटर पर एकत्रित की जाती थी और उसे आबादी के अनुसार प्रान्तों में बाँट दिया जाता था| इसी प्रकार यह व्यवस्था GST में क्यों नहीं हो सकती|
इसी मांग को लेकर और फैब्रिक को GST मुक्त करने की मांग को लेकर दिल्ली हिन्दुस्तानी मर्केंटाईल एसोसिएशन के नेतृत्व में 72 घंटे की हड़ताल आरंभ की गयी|
व्यापारियों को सम्बोधित करते हुए व्यापारी नेता श्री सुरेश बिंदल ने कहा कि देश हित में और देश के विकास के लिए हम कर देने के लिए तैयार है परन्तु व्यापारी मित्रवत टैक्स दे सकता है| हम सीधे साढ़े व्यापारी है| हम प्रोडक्शन सेंटर से मॉल लेट है और अपना खर्चा कर मामूली मुनाफे के साथ गली, कूंचों, गाँव, तहसील, जिला, शहरी कालोनीयों में फैले छोटे- छोटे व्यापारियों को उपभोक्ता तक पहुँचाने के लिए बेच देते है|
ऐसे में व्यापारी अपना व्यापार करेगा या सरकारी कागजों की खानापूर्ति करेगा| श्री बिंदल ने देश के सभी राज्यों के वित्त मंत्रियों से अपील की कि वो व्यापारियों के दुःख दर्द को समझे| और फैब्रिक को GST मुक्त करें|
हड़ताल के समर्थन में दिल्ली साड़ी मर्केंटाईल एसोसिएशन, जोगी वाडा साड़ी एसोसिएशन ने भी 72 घंटे की हड़ताल की और जुलूस के रूप में धरना स्थल पर पहुंचे|
श्री सुरेश बिंदल के नेतृत्व में 5000 कपडा व्यापारियों ने चांदनी चौक में जुलुस निकलते हुए सभी व्यापारियों से अपील की कि वो GST की खिलाफत करे| जुलुस लाल किले तक गया और वहां भी धरना दिया|